मेरे दोस्त हमेशा पूछते हैं "क्या हाल है?"
हमारा जबाब हमेशा एक होता रहा है "अरे कुछ खास नहीं"
फिर भी कुछ तो बताओ ... नया पुराना ...कुछ भी ...
उनके लिए खास ...
अरे कुछ खास नहीं है
लाइफ में सब वैसा ही है
कुछ नया नहीं है
वही चीनी कम पानी ज्यादा वाली चाय
वही अखबार और वही खबर बार बार
आज सौ मरे एक दुर्घटना में , बहु को जिंदा जला दिया परिवार वालों ने
आज बैंगलोर में मूसल्धार बारिश हुई , और राजस्थान में दो लोग प्यासे मरे
आन्ध्रा में अकाल है, और बिहार में सौ बाढ में मरे
आज किसी की शादी है, कल उसका दिवोर्स होने वाला है
मुहल्ले में आज कल कुत्ते रात में बहुत भौंकते है ,
और पॉवर कट ने ले ली है जान , रात की तनहाई में मच्छरों का साथ है
कल शर्माजी की बेटी वर्मा साहेब के लङके के साथ भाग गयी
आज परोस में मेहता साहब के माँ की बरसी है
राव जी की बीबी का लफ़ङा प़साद के छोरे के साथ है
राठोङ जी का उनकी नौकरानी के साथ चक्कर है
आस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप जीत लिया है
इंडिया बुरी तरीके से बंगलादेश से हारी है
उसका गम अभी तक भरी है
इधर नडाल ने मचायी धूम है , फेडरर का बुरा हाल है
अभी भी अमेरिका की दादागिरी है
इंडिया में बहुत सारी विकास बाकी है
होम लोन अब बहुत मंहगी है
घर लेना भी अब एक समस्या भारी है
चाय भी ठण्डी हो गयी है, खबर भी अब बासी हो गयी है
हाल अब भी बेहाल है , फिर भी जिन्दगी खुशहाल है